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एकता डी

सह-संस्थापक

एकता एक स्पिरिच्युअल कोच है जो लोगों से जुड़ने के लिए और उनके शरीर, मन और आत्मा को आराम पहुँचाने के लिए विभिन्न तकनीकों का उपयोग करती हैं|
 

एकता दैठणकर के बारे में

पिछले 14 साल से ज्यादा समय से एकताजी का कॉर्पोरेट क्षेत्र में एक कामयाब करिअर रहा है| ह्युमन रिरोर्स के क्षेत्र में उन्होंने विस्तृत कार्य किया है जो उन्हें मानवी स्वभाव से जुडी बातों के बारे में निकट संबंध बनाने की वजह बना| मुंबई विश्वविद्यालय से अपनी B.com की शिक्षा पूर्ण करने के बाद उन्होंने बिज़नेस मॅनेजमेंट में HR शाखा का अध्ययन किया तथा काऊंसेलिंग में डिप्लोमा भी किया| ज्योतिषमें गहरी रुची होने के कारन उन्होंने अॅस्ट्रॉलॉजी का अध्ययन भी किया| एक प्रमाणित कोच होना यह एकताजी के करियर की सबसे महत्वपूर्ण बात है| इंटरनॅशनल कोच फेडरेशन की MCC होने के कारन एकताजी ने अपनी असली रूचि पहचानी और वह कोचिंग, स्पिरिच्युअॅलिटी और माइंडफुलनेस के क्षेत्र में आगे बढ़ी| इस क्षेत्र में उनकेद्वारा किए गए सराहनीय कार्य के लिए उन्हें साल 2018 में मुंबई में हुई वर्ल्ड एचआरडी कॉंग्रेस में स्पिरिच्युअल कोच ऑफ़ द इयर का पुरस्कार प्रदान किया गया| भारत में MCC की श्रेणी में 24 वे स्थान पर स्थित, उन्होंने यह सिद्ध कर दिया की अगर सच्ची चाह हो तो एक महिला जीवन में कुछ भी हासिल कर सकती है| वेद, ज्योतिषशास्त्र, सोमॅटिक कोचिंग(योग, ध्यान, रेकी,चक्र चिकित्सा) इन क्षेत्रों में उनके द्वारा किया गया दिशादर्शी कार्य सभी के लिए प्रेरणा का एक स्रोत है| ‘एकोहं’ यह उनका खुद का उद्यम है जो शरीर, मन और चेतना को एकसाथ जोड़ने का उदिष्ट रखता है| मानवी सशक्तीकरण के हेतू कार्य करते समय हिप्नोथेरपी, प्राणिक हीलिंग, EMCC-MP और NLP इन का अध्ययन करने की मनीषा भी वह रखती हैं| फिलहाल वह योग में डिप्लोमा कर रही हैं|

मेरी यात्रा

अपनी यात्रा के बारे में एकताजी स्वयं संक्षेप में बता रही हैं|

मुझे लोगों के बीच रहना हमेशा पसंद आता था| HR व्यावसायिक होने के नाते और इस क्षेत्र में 10 साल से ज्यादा वक़्त  काम करते हुए अनजाने में मैंने कितने लोगों के जीवन को स्पर्श किया| ज्योतिषशास्त्र की तरफ मेरी प्राकृतिक आस्था तथा अभ्यास होने के कारन लोगों से तुरंत जुड़ने में मुझे मदद मिली| मैंने 18 साल की आयु में काम करना शुरू किया और मेरे व्यावसायिक यात्रा के दौरान बड़ी सहजता से मैंने लोगो का इलाज करना शुरू किया| मुझे यह महसूस हुआ की मेरे काम का लोगों के जीवन पर गहरा परिणाम होता है| लेकिन शुरू के समय में मुझे भी कठिनाईओं का सामना करना पड़ा| मुझे ऐसे लगता था की मैं किसी बोज के नीचे दब रही हूँ और मैंने सिगरेट पीना शुरू कर दिया जिसका बुरा असर अगले 10 साल तक मेरे जीवन पर रहा|मेरे भाई पारस की सहायत से मैंने सिर्फ दो सत्र में यह आदत छोड़ दी| उस से पहले मुझे मोटापे की समस्या भी थी पर मेरी सेहत पर काम करने में मैं कामयाब रही और इस दौरान भी मुझे मार्गदर्शन का लाभ मिलता रहा| मैं ऐसे कई लोगों की प्रेरणा बनी जो मोटापे से जुझ  रहे थे और उससे जुड़े कलंक के साथ गिरे हुए आत्मसम्मान की तरफ बढ़ रहे थे| 
 मैंने तब अपने जीवन की तरफ़ एक अलग नज़रिए से देखने की शुरुआत की जब मुझे यह अहसास हुआ की मैं मेरा रास्ता खुद बना सकती हूँ, और समस्याएँ तो जीवन का अंग है-महत्वपूर्ण बात यह है की उनकी तरफ देखने का हमारा नजरिया क्या है?  मेरा यह मेरा सौभाग्य है की वह मेरे मार्गदर्शक रहे. लेकिन उन लोगों के बारे में क्या जिन्हें कोई मदद नहीं मिलती? जिनके पास बात करने के लिए कोई नहीं है? जो किसी से चर्चा नहीं कर सकते?

मै काम करती रही और कोचिंग, ज्योतिषशास्त्र, काउन्सेलिंग, रेकी, स्पिरिच्युअॅलिटी के द्वारा उनका इलाज करती रही तथा शरीर, मन और चेतना के बीच संबंध बनाती गयी| यह बात मुझे पूर्ण रूप से आनंद देती है क्योंकि मानसिक समस्याओं से उभरे किसी व्यक्ति  को देखने जैसी संतोषपूर्ण बात और कुछ भी नहीं है|

मेरे लिए तवमित्रम् का मतलब क्या है

मैंने तवमित्रम की स्थापना मेरे भाई पारस के साथ की| 

हमें महसूस हुआ की जीवन की कठिनाइयों को आधार बना कर इस व्यासपीठ की रचना करने की आवश्यकता है | तव-मित्रम् वह मंच है जहाँ पर मैं समाज के प्रति अपना योगदान दे सकती हूं और लोगों को ग्रुप कोचिंग की शक्तिद्वारा सबल बना सकती हूँ  | मै समूह उर्जा की संकल्पना पर दृढ विश्वास रखती हूँ और इस मंच का हेतू सभी प्रकार की सकारात्मक उर्जा पर सवार होना है जो हमारे द्वारा निर्माण की जाएगी | ऐसे लोगों का मित्र बनकर, जिन्हें जीवन में भाग्य का साथ कम मिला है, तव-मित्रम इक ऐसा  दोस्त है जो सिर्फ सुनता नहीं है बल्कि उन्हें सही राह पर लाने के लिए मार्गदर्शक बनकर मदत करता है|

कई लोगों को उचित मात्रा में मार्गदर्शन तथा प्रशिक्षण नहीं मिलता जिससे जीवन के प्रति उनका  दृष्टिकोन बदले| अपने मस्तिष्क को यह मानने के लिए खेल खेलने देना की आप कुछ नहीं कर सकते यह बड़ी आसान बात है| हमारे गुट का उद्देश ‘अब’ की ताकद पर ध्यान देना और कल के लिए योजना बनाना है|

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